Taliban Leader Mullah Abdul Ghani Baradar अफ़ग़ानिस्तान के नए राष्ट्रपति के तौर पर नाम लिया जा रहा है आज हम सब अफ़ग़ानिस्तान के नए राष्ट्रपति का इतिहास जानेंगे।
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Afghanistan हुआ Taliban का गुलाम (Taliban Leader Mullah Abdul Ghani Baradar)
तालिबान द्वारा अफ़ग़ानिस्तान पर बीते रविवार यानी 15 August 2021 को जब भारत अपनी आजादी की 75 वें स्वतंत्रता दिवस को हर्षों उल्लास के साथ माना रहा था वहीं भारत के पड़ोसी देश अफ़ग़ानिस्तान में एक विशिष्ट समुदाय के द्वारा अफ़ग़ानिस्तान की जनता को गुलाम बनाया जा रहा था हर तरफ गोली और बम की आवाजें सुनाई दे रही थी वहां की जनता की चीख पुकार मची हुई थी।
ये महज सता में परिवर्तन की दर्द नहीं थी बल्कि जो 20 वर्ष पहले का जो जुल्म था उसको याद करते हुए अफ़ग़ानिस्तान की बेगुनाह और मासूम जनता का डर था जिसके वजह से पूरे Afghanistan में मातम सा मौहाल बना हुआ है। Afaghanistan के सता में काबिज जो सरकार थी उसके कुछ मंत्री पहले हीं देश छोड़ कर भाग गए थे और जो बाकी थे वो भी देश छोड़ने पर विचार कर रहे थे तभी खबर आती है की अफ़ग़ानिस्तान के मुखिया या राष्ट्रपति भी देश छोड़ कर भाग निकले और वो कब निकले वो किसी को भी नहीं पता।
अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी पहले ताजिकिस्तान जातें हैं लेकिन वहां की सरकार उन्हें ताजिकिस्तान में उतरने नहीं देती तब वो ओमान चले जाते हैं अब खबर ये भी आ रही है की वो अमेरिका में रह सकते हैं। उन्होंने देश छोड़ने के बाद अपने Facebook Account से सफाई दिया है कि “ मैं जिस अफ़ग़ानिस्तान को बनाने में अपनी आधी जिंदगी बिता दिया बीते 20 वर्षो में मैंने अफ़ग़ानिस्तान की जनता के बारे में सोचा उनका विकास किया मैं कैसे उस जनता को अपने हाथों से गला घोटू, मैं तालिबान के साथ एक छत के नीचे नहीं रह सकता हूं इसलिए मैं देश छोड़ दिया“।
इसके बाद तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पर पूर्ण कब्जा और संसद में प्रवेश कर गया।
Taliban Leader Mullah Abdul Ghani Baradar President Of Afghanistan
Taliban Afghanistan पर पूर्ण कब्जा जमाने के बाद अपने नए राष्ट्रपति की घोषणा भी कर दिया और तालिबान संगठन के मुखिया और उम्रदराज नेता Abdul Ghani Baradar को अफ़ग़ानिस्तान का रााष्ट्रपति घोषित कर दिया।
Abdul Gani Bradar को मुल्ला बरादर के नाम से भी जाना जाता है इनका जन्म अफ़ग़ानिस्तान के कंधार में हुआ था बचपन भी कंधार में ही बीता जब 1970 में सोवियत संघ ने अफ़ग़ानिस्तान पर हमला किया तो इस हमले का असर Mullah Baradar के जीवन पर भी पड़ा और इसने भी सोवियत सेना के खिलाफ लड़ाई में कूद गया और लड़ाका बन गया। सोवियत सेना के खिलाफ मुल्ला बरादर जब लड़ाई कर रहा तो उसकी अगुवानी मुल्ला उमर कर रहा था। जरूर पढ़ें तालिबान का इतिहास
अफ़ग़ानिस्तान में साल 1990 तक सोवियत संघ और अफ़गानी सरकार के खिलाफ जो अफ़गान लोग थे उनके बीच गृहयुद्ध चला अंत में सोवियत संघ ने अपनी सेना को वापस बुला लिया और फिर जो सरकार के विरुद्ध जो अफ़गान थे जिसके मुखिया मुल्ला उमर थे उसने तालिबान संगठन को बनाया और उसके बनने के बाद मुल्ला बरादर को भी अहम जिमेदारी दी गई और फिर 1996 में अफ़ग़ानिस्तान की सता में तालिबान का कब्जा हुआ लेकिन ज्यादा दिन नहीं रह पाया।
अमेरिका में जो 09/11 का हमला हुआ उसके बाद अमेरिका ने तालिबान संगठन को अफ़ग़ानिस्तान की सता से उखड़ा फेका और हमीद करजई की सरकार बनी इसके बाद 2010 में अमेरिका के दबाव के बाद पाकिस्तान में Mullah Baradar को जेल में बंद कर दिया गया लेकिन तालिबान अभी भी अपनी संगठन को मजबूत किए जा रहा था वर्ष 2018 में पाकिस्तान ने Mullah Baradar को रिहा कर कतर भेज दिया और यहीं पर Mullah Baradar को Taliban विंग का मुखिया बनाया गया और वहीं से तालिबान को मजबूती प्रदान करने लगा।
अब जब दुबारा Taliban ने अफ़ग़ानिस्तान पर अपना व्रजस्व स्थापित कर लिया है तो Taliban Leader Mullah Abdul Ghani Baradar President Of Afghanistan के रूप में घोषणा कर दिया है। Trisha Kar Madhu MMS Leaked Download Here
दुनिया के प्रभावशाली लोगों में मुल्ला बरादर शामिल
न्यूयॉर्क टाइम्स पत्रिका ने दिनांक 15/09/2021 को सबसे ज्यादा अपना प्रभाव रखने वाले 100 प्रभावशाली लोगों की सूची जारी किया है जिसमें तालिबान के सह संस्थापक Mullah Abdul Ghani Baradar भी शामिल है। इस लिस्ट में कई भारतीय भी शामिल हैं जो अपना प्रभाव अपने देश के अलग अलग क्षेत्र में रखते हैं।
Afghanistan में Taliban सरकार
Taliban के प्रवक्ता के अनुसार Afghanistan में Taliban सरकार तो सरिया कानून के तहत हीं चलेगी लेकिन जो 1996 – 2001 वाली सरकार थी वो नहीं रहेगी बल्कि उसमें बदलाव किया जाएगा। Taliban द्वारा सरकार में रियायत देने की निम्न बाते कही जा रही है…
- महिलाओ को पढ़ाई करने की छूट रहेगी।
- महिलाओ को काम करने की छूट लेकिन हिजाब या बुर्के के साथ।
- महिला अपने पुरुष परिजन के साथ घर से बाहर जा सकती हैं।
Afghanistan के लोगों में डर का माहौल ( Taliban Leader Mullah Abdul Ghani Baradar)
Afghanistan के लोगों में डर का माहौल Taliban के आने से बना हुआ है और डर होना भी लाज़मी है क्यूंकि जब तालिबान पहली बार अफ़ग़ानिस्तान की सता में 1996 काबिज में हुई थी तब से लेकर 2001 तक अफ़ग़ानिस्तान के लोगों ने जो दृश्य देखी है उससे डरना स्वाभाविक है। लेकिन Taliban लोगों को विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहा है की पहले की तरह नहीं होगा सब कुछ सही तरीके से होगी लेकिन लोगों का कहना है की तालिबान पर विश्वास नहीं किया जा सकता।
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