Best Desi Kahani आज की कहानी मेरी और मेरे बड़ी दीदी की सास के बिच बने नाजायज संबंध की है जो बेहद हीं दिलचश्प है तो आइये सुनाते हैं पूरी कहानी..
नमस्कार दोस्तों हमारे इस सच्ची कहानी Web Page के नई कहानी में आपका स्वागत है मुझे उम्मीद है की आप इस कहनी से आप कुछ जरूर सकारात्मक चीज सिखेंगे और आपको हमारे द्वारा लिखी कहानी अच्छी लगी हो तो कृपया आप निचे दी गई लाल वाली घंटी को जरूर दबाकर सब्सक्राइब करें.
Best Desi Kahani: ट्रेन में मुझे देख दीदी की सास हुई बेकेबु
मेरा नाम बबलू चौधरी है और मैं सच्ची कहानी का बहुत बड़ा प्रशंशक हूँ। मैं यहां दिलचस्प कहानी पढ़ने आता हूं और आपसे भी कहता हूं की इस पेज को सबस्क्राइब कर लें ताकि आप जीवन में बोरियत महसूस हो तो यहां कहानी यहां कहानी पढ़कर आनंद उठा सके खैर आज मैं कहानी पढ़ने नहीं बल्कि सनाने आया हूं सुनाने आया हूं आशा करता हूँ की यह कहानी सभी पाठकों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी सच्ची कहानी है।
मेरी दीदी की शादी बनारस में हुई थी। कुछ दिनों बाद मैं अपनी दीदी के घर गया था। दोस्तों मेरी दीदी बहुत अच्छी थी मुझे बहुत प्यार करती थी। जब भी मैं उनके घर जाता था मेरे लिए तरह तरह के पकवान बनाती थी और सारा बनारस घुमाती थी (Best Desi Kahani 2) और जब मैं आने लगता था तो दीदी मुझे कुछ रूपए भी देती थी और कपड़े सिलवाती थी। कुछ दिनों बाद गुड़िया [नाग पंचमी] का त्योहार आने वाला था।
इसलिए मेरी माँ ने मुझे दीदी के घर जाने को कहा था और कुछ सामान दिया था। मेरी माँ हर साल नाग पंचमी में राशन मेरी दीदी को भेजती थी। इसमें चावल के 2 बोरे, दाल, पापड़, आम के अचार और तरह तरह की चीजे हुआ करती थी जो हम हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार लड़की के घर भेजते है। जब मैं दीदी के घर पंहुचा तो वो बहुत खुश हुई और मुझे गले लगा लिया।
Romantic Love Story In Hindi
मैंने एक हफ्ता दीदी के घर ठहरा मेरी दीदी की सास भी बहुत अच्छी थी सभी के साथ अच्छे से बात करना और मुझे अपना परिवार के सदस्य की तरह मानती थी एक दिन मेरी दीदी बोली “बबलू तुम मेरी सास को तुम चारो धाम घुमा दो। इनका बड़ा दिल कर रहा है और तुम्हारे जीजा जी के पास वक़्त नही है” मैं भी दीदी को माना नहीं कर पाया क्योंकि घर पर कोई कमा था नहीं इसलिए मैंने भी हां कर दी.
मैंने कहा टिकट बुक हो गई है या नहीं इस पर जीजा ने मुझे ac फर्स्ट क्लास का टिकट बुक कराने को कहा मैंने तुरंत रेलवे काउंटर पहुंच कर तत्काल में दो Ac First Class का टिकट बुक करा लिया. दोस्तों मैं यहां आपको बताना चाहूँगा की मेरी सास उम्र में तो 50 साल के आपपास है पर देखने में बड़ी सुंदर हैं (Romantic Desi Kahani) जिस तरह से वो रोज सजधज कर तैयार हो जाती है और जिस तरह से वो रोज मेकप करती है उसे देख मुझे हमेशा शक होता था की इनकी कोई अफेयर जरूर है लेकिन बोले कौन रिश्तों का सवाल था.
Romance In Train | Bolti Kahani
शक यकीन में बदल गया जब मेरी चारो धाम की यात्रा शुरू हुई। दीदी और जीजा जी हम दोनों को छोड़ने रेलवे स्टेशन आये थे। कुछ देर में हमारी ट्रेन चल पड़ी। ac फर्स्ट क्लास में हमारा डिब्बा था। अंदर बहुत ठंडा था और बहुत सुकून मिल रहा था। दीदी की सास ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और वो अपनी सीट पर बैठ गयी और मैं ठीक उनके सामने वाली सीट पर बैठ गया। धीरे धीरे दीदी की सास अपने लटके झटके दिखाने लगी। उनके पास एक बड़ा सा फोन था जिसमे में किसी मर्द से चैट कर रही थी. इसके बाद फिर मुझसे बात करने लगी जिसका कुछ सारांश निम्न है..
“बबलू बेटा! अब तो तुम 25 साल के हो चुके हो। कोई लड़की वडकी पटाई की नही!!” वो मुझसे पूछने लगी
“जी नहीं मम्मी जी!!” मैं शर्माते हुए कहा
“बेटा कभी तुम वो सब किया है??? क्या कभी किसी जवान लड़की को ठोका है??” वो बोली
दोस्तों जिस तरह से वो इकदम खुल्लम खुल्ला बात कर रही थी, मैं तो बहुत शर्म कर रहा था। पता नही एक औरत होने के बावजूद को कैसे इस तरह बात कर रही थी।
“मम्मी जी ठोकने से क्या मतलब है???” मैंने पूछा
“अरे—बेटा तू तो बिलकुल गाय है। मेरे कहने के मतलब है की क्या तूने किसी जवान लड़की के साथ संभोग किया है ?” दीदी की सास बोली
ये सुनते ही मेरा दिमाग खराब हो गया था। ये औरत कितनी बेशर्म है की कैसे प्राइवेट बाते खुल्लम खुल्ला कर रही है, मैं सोचने लगा।
मैंने भी शर्म को दरकिनार करते हुए कह दिया नहीं अभी तक कोई मिला हीं नहीं कैसे करूं
दोस्तों इस तरह मैं अपनी दीदी की सास से खुलकर बात करने लगा। धीरे धीरे मुझे भी अच्छा लग रहा था। फिर 2 घंटे बाद हम दोनों को नींद आ गयी और मैं अपनी सीट पर लेट गया और सो गया। मेरी दीदी की सास भी अपनी सीट पर लेट गयी और सो गयी। अब ये बात तो साफ थी की वो किसी मर्द से फंसी है और उससे अपने हवस की भूख को शांत करती हैं.
ट्रेन तेज रफ्तार से दौड़ रही थी। ac (Bolti Kahani) की ठंडी हवा में हम दोनों को मस्त नींद आ रही थी। 2 घंटे बाद मेरी आँखें खुली तो मैं दंग रह गया। दीदी की सास सो रही थी और उनकी साड़ी उपर को उठी हुई थी और उनकी हाथ निचे की जगह पर सीधा में घुसा हुआ था। मैं अपनी दीदी की सास की गोडाउन के दर्शन कर रहा था। सायद वो अपनी गोडाउन में ऊँगली कर करके सो गयी और हाथ गोडाउन में ही लगा रह गया। उनका मोबाइस बगल में पड़ा हुआ था। मैं खोलकर चेक करने लगा तो पता चला की उनके कई आशिक थे।
Family Romantic Hindi Kahani
वाट्सअप पर दीदी की सास कई मर्दों से गरमा गर्म बात कर रही थी और मजा ले रही थी। दोस्तों उनकी साड़ी उपर को उठी हुई थी और वो मेरे सामने दोनों टाँगे फैलाकर सो रही थी। जैसे कोई कुतिया किसी कुत्ते से कह रही हो की प्लीस मुझे रगड़ डालो। मैं करीब आधे घंटे तक दीदी की सास के जिस्म को ताड़ता रहा और मजा लेता रहा। ट्रेन तेज रफ्तार से पटरी पर दौड़े जा रही थी। फिर कुछ देर बाद मैंने अपना आपा खो दिया और दीदी की सास के पास चला गया और उनकी गोरी गोरी टांगो को छूने लगा।
वो सोती रही और मेरे बारे में नही जान पाई। मैंने उसके पैर छूने लगा। दोस्तों अब ये बात साफ थी की वो अपने आशिकों के लिए इतना मेकप करती थी। उनको रोज ताजा केला खाना पसंद था। उसके मोबाइल में उनके कई आशिकों की फोटो मैंने खुद देखी थी जो मुझे चीख चीख कर बता रही थी की दीदी की सास एक सॉलिड मॉल थी और ताजा केला खाना उनको ख़ास रूप से पसंद था।
मैंने उसके गोरे गोरे पैरों को छूने लगा। उनकी गोडाउन Desi Kahani App देखकर मैं बेकाबू हो गया था। अब मुझे उनको जल्दी से बस लेना था। मैं उसकी सफ़ेद और गोरी जांघो के बीच को कामुकता से हाथ से छूने और सहलाने लगा। वो सो ही रही थी और उनको पता नही चल पा रहा था की मैं उसके साथ क्या कर रहा हूँ।
Non Veg Story In Hindi
दोस्तों मेरी दीदी की सास क्या मस्त आइटम थी। इकदम सॉलिड सामान थी। मैं उनको गोरी गोरी जांघो, घुटनों, टांगो और टखनों को अपने होठो से चूम रहा था। फिर मैंने धीरे धीरे उसकी गोडाउन की तरफ बढ़ने लगा और उसकी सफ़ेद संगमर्मर सी दिखने वाली जाँघों को मैं दांत से काटने लगा।
फिर मैं गोडाउन पर आ गया और मुंह लगाकर पीने लगा. वो सोती रही और नही जान पाई की मैं उसके साथ क्या कर रहा था। कुछ देर ये सब कर ही रहा था की उनकी आँख खुल गयी। “अरे बबलू बेटा ये क्या कर रहे हो” वो विस्मय से बोली
इससे पहले वो कुछ कहती मैंने झुक गया और उनके होठो को किस करने लगा। जो वो कहना चाहती थी मैंने उनको नही बोलने दिया और जल्दी जल्दी उनके होठ पीने लगा। और नीचे से गमागम उनको करने लगा। कुछ देर में वो मस्त हो गयी और चुप हो गयी। अपनी आँखें बंद करके वो मुझसे कराने लगी और अपने हाथों से मेरी पीठ को सहलाने लगी जैसे मुझे शाबासी दे रही हों। अब तो मेरा मनोबल और बढ़ गया. दोस्तों कुछ दी देर में हम दोनों को खूब मजा मिलने लगा।
एक तो ac डिब्बे की ठंडी ठंडी हवा और उपर से दीदी की सास। मेरा मन में बहुत खुशी हो रहा था की चलो उनको चारो धाम घुमाने ले आया। दोस्तों, मैंने अपना बायाँ पैर जमीन पर टिका दिया था जबकि दांया पैर सीट पर था। मैं कमर घुमा घुमाकर दीदी की सास की बजा रहा था।
ये सिलसिला चलता रहा जब हम दोनों पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुए कुछ देर बाद सब कुछ स्थिर हुआ तो मैंने पूछा..
“मम्मी जी… सच सच आप बताना की आप अल्टर है की नही????” मैंने पूछा
“हाँ बेटे बबलू!! मैं बहुत बड़ी अल्टर औरत हूँ!!” दीदी की सास बोली
“और आप अभी तक कितने मर्दों का लंड खा चुकी है????” मैंने पूछा
“यही कोई 15 – 20 मर्दों का मैं संबंध बना चुकी हूँ!!” दीदी की सास बोली. मैं मन ही मन ये सोचकर बहुत खुश था की वो 20 मर्दों से करा चुकी थी। चलो इस अल्टर औरत से आज मैंने भी गंगा नहा ली। दीदी की सास बोली तू तो बहुत सख्त लड़का है.. मैंने कहा “हाँ मम्मी जी बस उपर वाले का आशीर्वाद है!!”
उसके बाद मैं सीट पर लेट गया और वो मेरे पास ही बैठ गयी और मुझ पर झुककर वो मेरा केला खाने लगी। मुझे मजा मिल रहा था। दोस्तों मेरा केला बहुत मोटा था इसलिए जल्दी दीदी की सास के मुंह में नही जा रहा था। फिर मैंने धक्के देकर अपना केला उनके मुंह में डाल दिया। वो खाने लगी और हाथ से पकड़कर मेरे केले को फेटने लगी। मैं पागल हो रहा था। “
इस तरह पूरे चार धाम यात्रा में कई बार हम दोनों एक दूसरे के साथ रोमांटिक हुए इसके बाद से दीदी को सास मेरी तो दीवानी हीं हो गई. ऐसे हीं कहानी सुनने के लिए सच्ची कहानी को जरूर फॉलो करें.