My Story Animated: आज मैं आप सब को एक ऐसे व्यक्ति की कहानी लेकर आया हूं जिसे पढ़ने के बाद आप भी कहेंगें की इनमें वो हिम्मत थी जो अपनी कहानी को दुनिया के समाने लाए।
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Meri Kahani 2022: मेरे पति ने आज तक नहीं बनाया ‘संबंध’ एक औरत की प्यार भरे दर्द की कहानी
My Story Animated: एक अनोखी कहानी
मैं एक 55 वर्षीय व्यक्ति हूं मैं अपनी जीवन की कहानी की शुरुआत शुरू से से शुरू करता हूं तो मैं जब 17 वर्ष का था तभी घर की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मैं अपना घर छोड़कर शहर में कमाने निकल गया. ताकि घर की कुछ आर्थिक स्थिति ठीक हो सके। मैं एक बड़े शहर की एक बड़े कंपनी में बतौर कर्मचारी काम करने लगा धीरे धीरे दिन गुजर रहे थे की जब मेरी उम्र 21 वर्ष की थी तब मेरे घरवालों ने शादी कर दी।
मैं भी अपनी शादी होते देख अंदर हीं अंदर बहुत खुश था अब मैं जीवन की सांसारिक सुख में पूरी तरह बंध गया था. शादी के बाद करीब 5 वर्ष के अंदर तीन संतान की प्राप्ति हुई जिसमें दो पुत्र और एक पुत्री मैं और मेरी धर्मपत्नी बहुत खुश थे।धीरे धीरे जीवन गुजार रहे थे मैं भी कंपनी से हर दो चार माह में छूटी लेकर बच्चों से मिल लिया करता था।
‘Pati Ka Pyar Vistar Tak’ Ek Aurat Ki Kahani एक औरत की सच्ची कहानी ‘पति का प्यार विस्तर तक’
बच्चे अब धीरे धीरे बड़े हो रहे थे और घर पर कोई और पुरुष नहीं होने के कारण मैं अपनी कंपनी छोड़ घर आ गया और बच्चों के साथ रहने लगा। इसी बीच मेरी पत्नी बीमार रहने लगी और फिर मैं पूरी तरह बंध गया क्यूंकि बच्चे भी थे उन्हें देख भाल करने वाला कोई और था हीं नहीं इसलिए मैं दुबारा शहर नहीं सोचा की मैं कमाने जाऊं। इधर पत्नी की भी तबियत लगातार ख़राब होते जा रही थी मैंने कई डॉक्टर से परामर्श किया लेकिन कोई सुधार हुआ हीं नहीं।
My Story Animated: पत्नी ने छोड़ा साथ
मेरी पत्नी अपने जीवन और मृत्यु के संघर्ष के इस संघर्ष को वो नहीं जीत पाई और वो इस दुनिया से हमसब को छोड़कर चली गई. आज वो जहां भी हो वो अपना प्यार और आशीर्वाद अपने बच्चों के साथ साथ मुझे भी दे रही होगी। दुःख के दिन अब और गहरा हो गए थे मेरी बच्ची जो थी उसकी भी अब शादी करने का समय हो हीं चला था दो वर्षों बाद मैंने बच्ची की शादी कर दी और अब दो बच्चों के साथ रहने लगा. अपने खेतों में काम करता और बच्चों के साथ समय व्यतीत करता।
मैं जीवन में अकेला हीं होते जा रहा था कोई मिलने वाला भी आता तो एक या दो दिन साथ रहता और चले जाता। अब बच्चे भी पढ़ लिख लिए थे और अपने काम की तलाश में शहर निकल गए मेरे दोनों बच्चे दो अलग अलग कंपनी में अच्छी पोस्ट पर काम कर रहे हैं यहां मैं ईश्वर को धन्यवाद कहूंगा कि मेरे दोनों बच्चों को अपने पैर पर खड़ा कर दिया आज हमारे घर में ईश्वर की कृपा से किसी चीज की कोई कमी नहीं है।
अब मेरी कहानी की दूसरी अध्याय शुरू होती है बच्चों के बाहर जाने के बाद मैं पूरी तरह अकेला हो गया था गांव के कुछ लोगों के साथ फालतू के समय बिताना और गलत चीज़ों का भी सेवन करने लगा लोग जहां ले जाते वहां बिना काम के चले जाते जिंदगी दिन पर दिन बिना किसी लक्ष्य के चल रही थीं। मैं अब जीवन की वो सच्चाई बताने जा रहा हूं जिसको आज तक किसी को पता नहीं था मैं जब अकेला रहने लगा तब मैंने कुछ गलत चीजें की जो शायद मुझे नहीं करना चाहिए था पता नहीं बच्चे जानेंगें तो क्या कहेंगे।
Najayaj Sambandh: मैंने बनाएं 50 से अधिक महिलाओं से संबंध
पत्नी की साथ न होने के वजह से मैंने थोड़ी सी शारीरिक सुख के लिए कई महिलाओं से संबंध बनाएं हैं और आज भी यह सिलसिला जारी है कुछ समय के लिए मैं अपने अकेलेपन को भूल जाता हूं। मैं कई दिनों से अपनी इस Life Story को बताने के लिए हिम्मत जुटा रहा था वो आज जाकर पूरा हुआ अब मैं थोड़ा हल्का महसूस कर रहा हूं मेरी यह जीवन की सच्चाई जानने के बाद लोग क्या कहेंगे मैं नहीं जानता हूं लेकिन जो भी हुआ वो जुठलाया नहीं जा सकता है और सिर्फ अकेलापन की वजह से हुआ यह भी गलत नहीं है।
यह कहानी वास्तविक है इनका नाम और पहचान सिर्फ इसलिए छिपाया गया है की उनकी गोपनीयता को बनाए जा सके।