Ishq On Hils Love Story का 2nd पार्ट आज आप सब के बीच लाया हूं पिछले भाग में हम सब ने देखा की कैसे समीर और स्नेहा में नोक झोंक हो रही थी स्नेहा समीर की नजदीक जाने की कोशिश कर रही थी लेकिन समीर है की स्नेहा से दूरी बनाए रखना चाहता है तो आइए जानेते हैं की स्नेहा और समीर के बीच दूरियां कम हूं या दूरियां और बढ़ गई. पहला भाग पढ़ने के लिए क्लिक करें….
नमस्कार दोस्तों हमारे इस सच्ची कहानी Web Page के नई कहानी में आपका स्वागत है मुझे उम्मीद है की आप इस कहनी से आप कुछ जरूर सकारात्मक चीज सिखेंगे और आपको हमारे द्वारा लिखी कहानी अच्छी लगी हो तो कृपया आप निचे दी गई लाल वाली घंटी को जरूर दबाकर सब्सक्राइब करें.
Ishq On Hils Love Story दो अजनबी की प्रेम कहानी
स्नेहा द्वारा दिया गया चाय और पोहा खा कर सो जाता है और स्नेहा भी अपने कमरे में सो जाती है सुबह करीब 7 बजे समीर की नींद टूटती है तो दैनिक कार्य करने के बाद अपने खिड़की से देखता है की फॉर्म हाउस का केयर टेकर रामू काका के साथ स्नेहा बातचीत कर रही है तो समीर ने सोचा की क्यूं ना हम अपनी चाय बना लेते हैं क्यूंकि जो रसोइया रामबाबू था वो सुबह 9 बजे आता था तो 9 बजने में देर था। Ishq On Hils
समीर ने जल्दी से नीचे गया और अपनी चाय बनाने लगा लेकिन सच ये थी की समीर को चाय बनाने नहीं आती थी तो उसने फिर भी किसी तरह बनाने की चाही क्यूंकि वो स्नेहा को बोल नहीं सकता था किसी तरह चाय बनाया जो बेहद ही कड़वा बन गया पीते ही फेक दिया। इसी बीच स्नेहा रसोई में आ जाती है समीर को देख कर बोलती है की चाय पियोगे इतना सुनते हीं समीर के मन में चाय के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न हो जाती है लेकिन इसने मना कर दिया की मैं किसी का एहसान नहीं रखना चाहता हूं और जो रात में चाय और पोहा दी थी उसके लिए Thanks.
स्नेहा – ठीक है तो मैंने जो चाय बनाया है उसे रामू काका को दे देती हूं।
समीर – रामू काका को चाय नहीं पीनी है। इतने में रामू काका रसोई में आ जाते है और चाय पीने के लिए मांगते हैं अब समीर स्नेहा के हाथ से चाय की कप ले लेता है और ये बोलते हुए निकल जाता है की चाय आपके सेहत के लिए सही नहीं है।
रामू काका – क्या हुआ मुझे ??
स्नेहा – आपको डायबिटीज हुई है कहते हुए स्नेहा भी चली जाती है। रामू काका सोच में पड़ जाता है की आखिर मुझे क्यूं नहीं अब तक पता चला। खैर अब रसोइया रामबाबू आता है और खाना बनाने के बाद समीर और स्नेहा को खाना खिलाता है दोनों आराम करते हैं। Ishq On Hils
रात में खाना खाने के बाद समीर और स्नेहा दोनों अपने रूम में चले जाते हैं तभी स्नेहा का होने वाला पति (जो स्नेहा को बिलकुल भी नहीं पसंद) का कॉल आता है और स्नेहा बात करने लगती है कॉल पर स्नेहा सिर्फ हां या ना में जवाब दे रही थी 5 min बाद Good Night बोल कर कॉल काट देती है और UpSet हो जाती है।
इसके बाद नीचे आकर आग की अलाव के पास अकेले बैठ जाती है कुछ देर बाद जब समीर अपने रूम से बाहर निकलता है तो देखता है की स्नेहा नीचे अकेले बैठी हुई है इसके बाद समीर स्नेहा के पास चले जाता है और कुछ इधर उधर की बातें बोलने लगता है जिस पर स्नेहा कुछ नहीं बोलती तो समीर ये समझ जाता है की कुछ परेशानी है।
समीर और स्नेहा की प्रेम कहानी (Ishq On Hils)
स्नेहा को परेशान देख समीर ने उसके पास कुछ देर बैठा लेकिन स्नेहा कोई जवाब नहीं दे रही थी तो समीर भी ये बोलते हुए चल दिया की अब ज्यादा रात हो गई है सोने चलता हूं। समीर जैसे ही आगे बढ़ता है की स्नेहा बोलती है की दोस्ती करोगे समीर ये सुनने के बाद शॉक हो जाता है और कुछ देर बाद बोलता है की नहीं और फिर अपने रूम में चले जाता है।
स्नेहा नहीं सुनने के बाद उदास हो जाती है और अपने मन ही मन बोलती है की मैं सोची थी की नए जगह पर नए लोग मिलेंगे तो कोई मुझसे दोस्ती कर लेगा लेकिन यहां भी कोई नहीं मुझसे दोस्ती कर रहा है।पापा भी मुझे 20 दिन का समय दिए जिंदगी जीने के लिए फिर तो जिंदगी काटनी है उसके बाद वो जहां चाहे वहीं शादी कर देंगे। अपने मन में बड़बड़ाते हुए अपने रूम में चली जाती है। Ishq On Hils
सुबह उठने के बाद स्नेहा चाय बनाती है लेकिन दोनों एक दूसरे से बात नहीं करते है चाय में चीनी ज्यादा रहती है तो समीर बोलता है की इतनी चीनी क्यों है चाय में तो स्नेहा ये बोलते हुए अपने रूम में चली जाती है की तुम्हे ज्यादा चीनी की जरूरत है ताकि मीठा बोल सको। इसके बाद समीर भी अपने रूम में चले जाता है आज दोनों लोग की ऑफिस खुल गई थी तो दोनों लोग अपने समय से पास वाली कमरे में जहां कार्य करने के लिए ऑफिस की व्यवस्था थी वहां चले जाते हैं समीर तो पहले ही रूम देख लिया था लेकिन स्नेहा नहीं देखें थी। Ishq On Hils
रूम देखने के बाद स्नेहा अपना work छोड़ कर रूम की इंटीरियर को निहारने लगती है और खुशी के मारे थोड़ा तेज बोलने लगती है जिसको समीर ने चुप रहने को बोलता है लेकिन मानने वाली थी नहीं तो समीर ने अपने हाथ से उसके मुंह बंद कर दिया और उसकी आंखों में देखने लगा देखते देखते ही समीर स्नेहा की आंखों की गहराई में इतना डूब गया की उसको काम का पता नहीं फिर जब स्नेहा का कॉल आया तो तब होश आया और दोनों अलग हुए।
स्नेहा उस फोन कॉल को अटेंड करती हुई रूम से बाहर चले जाती है और बात करने लगती है कुछ देर बाद वापस आकर अपना काम करने लगती है और दोनों एक दूसरे से कोई बात नहीं करते है तभी समीर को चाय पीने की इच्छा होती है तो वो खुद चाय बनाने चले जाता है और चाय बना कर दो कप लाता है उसके चाय के लिए जाने के उपरांत स्नेहा रोने लगती है जब समीर आता है तब तक चुप हो जाती है लेकिन उसके चेहरे पर अब भी लग रहा था की ये रोई है तो समीर चाय की कप टेबल पर रख कर चाय पीने को कहता है और बैठ जाता है काम करने के लिए।
कुछ देर बाद दुबारा चाय पीने को कहती है इसके बाद स्नेहा चाय की एक सिप जैसे ही पीती है उसकी गुस्सा और भी अधिक हो जाती है इसी बीच समीर पूछ देता है की चाय कैसी है तो स्नेहा झूठी तारीफ करते हुए बोलती है अच्छी है। Ishq On Hils
समीर – तुम रो क्यूं रही थी ??
स्नेहा – कब मैं रो रही थी ? (समझ चुकी थी ये देख चुका है)
समीर – अभी, क्या हुआ बताओ ?
स्नेहा – कोई है जो मेरा जीना हराम कर रखा है।
समीर – उसका कॉल क्यूं उठाती हो नंबर Bolck कर दो।
स्नेहा – नहीं कर सकती।
समीर – क्यूं नहीं कर सकती ।
स्नेहा – क्योंकि वो मेरा मंगेतर है और मैं उस गदहे से बात करना पसंद नहीं करती। अगर कोई मुझे उससे दूर कर देता तो मैं उसकी जिंदगी भर कर्जदार हो जाती।
समीर – तो ठीक है कॉल करो उसे और उससे पीछा छुड़ा लो।
स्नेहा – अभी ।
समीर – हां अभी।
स्नेहा – ठीक है अभी।
स्नेहा कॉल लगाती है और उसको कॉल उठते हीं उसपर अपना भड़ास निकाल देती है और शादी के लिए भी माना कर देती है और कॉल कट कर देती है। इसके बाद समीर को थैंक्यू बोल कर अपने आजाद होने का जश्न मानती है। आगे की कहानी पढ़ने के लिए आप हमारे साथ बने रहें…
ऐसे हीं सच्ची कहानी के लिए आप हमारे Web Page को लाल वाली घंटी बजा कर Subscribe कर लीजिए ताकि जब भी मैं कहानी आपके लिए लाऊं तो सबसे पहले आप पढ़ें और अगर पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें। आप हमें किसी पोस्ट से संबंधित या कोई अन्य कहानी पढ़ने के लिए आप DM (Direct Massage) 👉 Facebook Instagram Pinterest Twitter किसी पर भी कर सकते हैं।