Ahilya Bai Story In Hindi आज आप सब के बीच एक ऐसी महान विभूति की कहानी लेकर आया हूं जिसकी संघर्ष और बलिदान की जो गाथा है उसे हम सभी को सुनना और उसको अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है। आज जो नारी अपने दुःख तकलीफ़ देख कर अपने आप को गलत रास्ते की ओर ले कर जा रहीं हैं उन्हें माता अहिल्या बाई होल्कर की जीवनी जरूर पढ़नी चाहिए और तब उन्हें अपनी शक्ति का एहसास होगा उम्मीद करता हूं कि आप ऐ कहानी अच्छी लगेगी और आप इसे जरूर शेयर कीजिएगाा….
नमस्कार दोस्तों हमारे इस सच्ची कहानी Web Page के नई कहानी में आपका स्वागत है मुझे उम्मीद है की आप इस कहनी से आप कुछ जरूर सकारात्मक चीज सिखेंगे और आपको हमारे द्वारा लिखी कहानी अच्छी लगी हो तो कृपया आप निचे दी गई लाल वाली घंटी को जरूर दबाकर सब्सक्राइब करें.
Ahilya Bai Holker History अहिल्या बाई होल्कर का इतिहास
भारत के इतिहास में एक ऐसी नारी जन्म ली जिन्होंने अपने जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखें मैं ये नहीं कहता की सिर्फ एक हीं या जिनके बारे में जानकारी देने जा रहा हूं वही हो सकती हैं। इस दुनिया और भारत के धरती पर अनेकों ऐसी बेटियां पैदा लीं जिन्होंने अपने जीवन काल में अनेकों कार्य किए और जहां भी रहीं वो अपना सकारात्मक योगदान दीं हैं। आज हम आने इस आर्टिकल के माध्यम से Ahilya Bai Holker History को जानेंगे.
Ahilya Bai Holker Biography अहिल्या बाई होल्कर की जीवन परिचय
Ahilya Bai Holker Biography में अहिल्या बाई का जन्म महाराष्ट्र के छोटे से गांव चौंढ़ी में एक विद्वान व्यक्ति मान्कोजी शिंदे के घर 31 मई 1725 ई० को हुआ था इनके पिता और माता जी बेहद सुलझे हुए इंसान थे जिसके कारण हीं इन्होंने उस जमाने में जब महिलाओं को शिक्षा देना या शिक्षा ग्रहण करना अपराध माना जाता था।
उस समय इनके माता पिता ने अहिल्या बाई को शिक्षा दी जिसे अहिल्या बाई ने भी अपने जीवन में उस शिक्षा का सदुपयोग किया और अपने नाम और शोहरत हासिल किया। अहिल्या बाई बचपन से हीं बेहद चंचल और दयालु स्वभाव की लड़की थी फिर जैसे जैसे समझदारी और जिम्मेदारी बढ़ी वैसे वैसे इनकी छवि और भी बेहतर होती चली गई।
पुरा नाम | अहिल्या बाई होल्कर |
जन्म तिथि | 31 मई 1725 ई० |
जन्म स्थान | चौंढ़ी, महाराष्ट्र |
पिता का नाम | मान्कोजी शिंदे |
माता का नाम | सुशीला शिंदे |
धर्म | हिन्दू |
शादी की वर्ष | 1733 ई० |
पति का नाम | खांडेराव होल्कर |
बच्चे का नाम | पुत्र: मलेरव पुत्री: मुक्तााबाई |
राजवंश | मराठा साम्राज्य |
सम्मान | डाक टिकट |
अहिल्या बाई के शादी की कहानी (Ahilya Bai Story In Hindi)
अहिल्या बाई की शादी की कहानी भी दिलचस्प है कहा जाता है की एक बार राजा मल्हार राव होल्कर कहीं जा रहे थे तो उन्होंने चौंढ़ी गांव से रास्ता जा रही थी तो उन्होंंने चौंढ़ी गांव में आराम करनेे
Comments are closed.